अखबार


दुनिया भर की खबरों को
खुद मे समेटे सुबह सुबह हर घर मे आता हूँ
चाय की चुस्कियों संग
लोग मनोयोग से
मुझको पढ़ते हैं
फिर भी नसीब मे मेरे
रद्दी का टोकरा ही आता है

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